आरएसएस से तनाव की अटकलों के बीच दौरा
मोदी रेशमबाग में स्मृति मंदिर भी जाएंगे। वह RSS के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि देंगे। यह मुलाकात ऐसे समय में हो रही है जब RSS और BJP नेतृत्व के बीच तनाव की अटकलें लगाई जा रही हैं।
BJP के नए अध्यक्ष के नाम पर होगी चर्चा?
राजनीतिक गलियारों में इस मुलाकात को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इसकी वजह है इसका समय, जगह और PM का नागपुर दौरा। यह मुलाकात BJP के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की तैयारियों के साथ हो रही है। नया अध्यक्ष अप्रैल के पहले हफ्ते तक चुना जा सकता है। पार्टी 18 अप्रैल को बेंगलुरु में राष्ट्रीय परिषद की बैठक कर सकती है। इस बैठक में नए अध्यक्ष के चुनाव पर मुहर लगेगी। RSS की हमेशा से पार्टी अध्यक्ष के चुनाव में बड़ी भूमिका रही है।
RSS के ‘गुरु जी’ को देंगे सम्मान
यह बैठक नागपुर में हो रही है। नागपुर में RSS का मुख्यालय है। यह बैठक माधवराव सदाशिवराव गोलवलकर के सम्मान में हो रही है। उन्हें ‘गुरु जी’ के नाम से भी जाना जाता है। वह RSS के स्वयंसेवकों और समर्थकों के लिए बहुत महत्वपूर्ण थे। इसलिए इस पूरे मामले को और भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। मोदी गुड़ी पड़वा पर माधव नेत्रालय की आधारशिला रखेंगे। गुड़ी पड़वा मराठी नव वर्ष है। माधव नेत्रालय एक आधुनिक नेत्र अस्पताल और अनुसंधान संस्थान होगा।
11 साल बाद राजनीतिक मुलाकात
मोदी और भागवत की आखिरी मुलाकात 10 मई 2014 को दिल्ली में हुई थी। यह मुलाकात लोकसभा चुनाव से पहले हुई थी। इसके बाद 27 अप्रैल 2023 को दोनों को फिर से एक साथ दिखना था। उन्हें कोराडी में राष्ट्रीय कैंसर संस्थान और भारतीय विद्या भवन के सांस्कृतिक केंद्र का उद्घाटन करना था। कोराडी नागपुर से 15 किलोमीटर दूर है। लेकिन कर्नाटक विधानसभा चुनाव के कारण मोदी का दौरा रद्द हो गया था।
चल रहीं तैयारियां
सूत्रों का कहना है कि सुरक्षा एजेंसियों और RSS से जुड़े संगठनों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। हालांकि, BJP या RSS की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। 30 मार्च के कार्यक्रम में मोदी और भागवत के साथ महाराष्ट्र के CM देवेंद्र फडणवीस, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, आचार्य गोविंद गिरि महाराज, अवधेशानंद महाराज और नागपुर के पालक मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले भी मंच पर होंगे।