पाकिस्तानी एक्सपर्ट कमर चीमा ने शहबाज शरीफ सरकार को सलाह दी है कि उन्हें मुस्लिम मुल्कों के अलावा दूसरे देशों से भी रिश्ते बढ़ाने चाहिए. उनका कहना है कि ट्रेडिशनल एरिया कोर्पोरेशन से ऊपर उठने की जरूरत है. वह डिफेंस सहयोग पर बात कर रहे थे. पाक एक्सपर्ट कमर चीमा इस बात से चिंतित हैं कि भारत ने नीदरलैंड से पाकिस्तान को हथियार, मिलिट्री टेक्नोलॉजी या डिफेंस इक्विपमेंट सप्लाई करने से मना कर दिया है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार (18 मार्च, 2025) को क्रॉस बॉर्डर टेरेरिज्म का हवाला देते हुए नीदरलैंड के रक्षा मंत्री रुबेन ब्रेकेल मेंस से यह बात कही है. इसे लेकर कमर चीमा ने शहबाज शरीफ सरकार को चीन और तुर्किए के अलावा और दोस्त ढूंढने की सलाह दी है ताकि वह हथियार खरीद सके.
कमर चीमा ने कहा कि कोई मुल्क पाकिस्तान को हथियार नहीं दे रहा है इसलिए वह डिफेंस क्षेत्र में अंदर खाने इंडीपेंडेंटली काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के पास मैनपावर है, ह्यूमन रिसोर्स हैं पर हमें चाहिए होते हैं पैसे ताकि हम आर एंड डी में लगा सकें और चीजें बना सकें.
कमर चीमा ने कहा, ‘पाकिस्तान को देखना पड़ेगा कि तुर्किए और चीन के अलावा और कौन से ऐसे दोस्त हैं, जिनसे वो हथियारों के लिए बात कर सकता है. मुझे तो कोई नजर नहीं आता. पाकिस्तान के कोई और दोस्त मुझे तो नजर नहीं आते हैं. हमें ये अप्रोच चाहिए, जो इंडिया की है और इसके लिए मार्केट ढूंढें. ये जो ट्रेडिशनल एरिया कोर्पोरेशन है, उससे बाहर निकलें. बाहर जाकर दुनिया को बताएं कि हम क्या कर सकते हैं.’ यहां ध्यान रहे कि पाकिस्तान के जिन देशों के साथ पारंपरिक रिश्ते रहे हैं, उनमें चीन को छोड़कर बाकी सब मुस्लिम हैं, जैसे तुर्किए, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (UAE). वह कश्मीर मुद्दे को लेकर भी इस्लामिक देशों से संपर्क बढ़ाने की कोशिश करता है ताकि वो उनका समर्थन हासिल कर सके.
उन्होंने कहा कि 250 मिलियन लोगों का मुल्क है. बहुत कुछ किया जा सकता है. बहुत सारे लोग यहां आकर काम करना चाहते हैं. यहां रिटर्न ओवर इनवेस्टमेंट मौजूद है. इतनी बड़ी मार्केट है, जो यहां पर आएगा वो पैसे निकालेगा ही. कमर चीमा ने कहा कि पाकिस्तान में अलग-अलग सेक्टर्स में पैसा लगाकर पैसा कमा सकते हैं. 100 पर्सेंट पैसा कमाया जा सकता है, लेकिन हमारी हुकूमत उस तरह के मिजाज नहीं रखती, पैसा कमाने का. उन्होंने कहा कि हमारी हुकूमत के अंदर वो शौक ही नहीं है कि कैसे हमें चीजों को बेहतर करना है. ये कब होगा, कैसे होगा, वो पता नहीं.
पाक एक्सपर्ट ने भारत पर आरोप लगाया कि वह अपने सहयोगी देशों को पाकिस्तान को डिफेंस इक्विपमेंट देने से रोकता है और उसकी पहली शर्त ही ये होती है. उन्होंने कहा कि इंडिया अपने सभी सहयोगियों को कह रहा है कि अगर आप पाकिस्तान को टेकनोलॉजी और डिफेंस इक्विपमेंट देंगे तो इसका मतलब है कि आप सिक्योरिटी को खतरे में डाल रहे हैं.
उन्होंने कहा कि इंडिया चीन का नाम नहीं लेता क्योंकि चीन हर चीज खुद तैयार करता है. इंडिया की ये शर्त होती है कि पाकिस्तान को कोई डिफेंस इक्विपमेंट न दिया जाए. उन्होंने कहा कि बहुत सारे देशों के डिफेंस अताशे (रक्षा विशेषज्ञों) ने बताया कि भारत की ये पहली शर्त होती है कि पाकिस्तान को हथियार न दिए जाएं.
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