जानकारी के अनुसार, पुलिस को नीलम के घर से एक डायरी भी मिली है, जिसे वह अपने साथ ले गई है। पुलिस की माने तो नीलम के घर से मिली एक पासबुक में बैंक खाते का नंबर और नाम नहीं लिखा हुआ है। पुलिस इस पासबुक के आधार पर इसके खाताधारी का नाम और खाता नंबर भी जांचेगी। दो पासबुक पर नीलम का नाम मिला है। नीलम के भाई रामनिवास ने बताया कि एक्सिस बैंक में खाता उसने ही खुलवाया है। इसमें पढ़ाई के लिए रामनिवास ही नीलम को पैसे भेजते थे। इसके अलावा उसके बेड में रखी पुस्तकों में भी कुछ पुलिस अपने साथ ले गई।
नीलम का कुरूक्षेत्रा यूनिवर्सिटी का आई कार्ड भी मिला
दिल्ली पुलिस को नीलम का कुरूक्षेत्रा यूनिवर्सिटी का आई कार्ड भी मिला है, जिसे वह अपने साथ ले गई है। कुछ समय पहले तक नीलम गांव में फ्री लाइब्रेरी चलती थी जिसे चंदा लेकर चलाया जाता था। इस लाइब्रेरी कि बिल बुक को भी दिल्ली पुलिस की टीम अपने साथ ले गई है। नीलम के भाई रामनिवास ने पुलिस के जाने के बाद आरोप लगाया कि पुलिस ने एक कागज पर साइन करवाने का भी प्रयास किया, लेकिन उसने साइन नहीं किए।
बीते दिनों संसद की सुरक्षा भेदने के मामले में जींद के घसो खुर्द गांव निवासी नीलम का भी नाम शामिल है। वह संसद के बाहर प्रदर्शन कर रही थी। इस दौरान वह पीले रंग के स्प्रे का भी प्रयोग कर रही थी। इसी प्रकार के स्प्रे का प्रयोग लोकसभा के अंदर भी किया गया था
समर्थन में उतरे लोग
संसद में कलर स्मॉग के साथ प्रदर्शन करने वाली नीलम के पक्ष में घासो खुर्द गांव में भारतीय किसान यूनियन उगराहां के पदाधिकारी और छात्र नेता पहुंचे। यहां पर ग्रामीणों के साथ पंचायत करने के साथ-साथ गांव में सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए रोष प्रकट किया। नीलम के मकान वाली गली में ग्रामीणों के साथ सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए नीलम पर लगे UAPA हटाने की मांग भी की। लोगों ने कहा कि संसद में कलर स्मॉग मामले में शामिल नीलम बेरोजगारी की आवाज बनी है। आज देश में बेरोजगारी बढ़ रही है। बेरोजगारी की बढ़ रही समस्या के चलते धरने, प्रदर्शन किए जाते रहे लेकिन कोई सुनवाई नहीं होने पर इस तरह का कदम नीलम ने उठाया।
‘मेरी बेटी ने कोई गलत नहीं किया’
नीलम की मां सरस्वती ने कहा कि मेरी दोनों गांव के ग्रामीणों से अपील है कि मेरी बेटी ने कोई गलत नहीं किया है। मेरे को कोई अफसोस नहीं है। मेरी बेटी जो आज पूरे देश में बेरोजगारी बढ़ रही है उसके लिए बेरोजगारी की आवाज बनी है। नीलम को मैंने अपनी कोख से जन्म दिया है लेकिन नीलम मेरी नहीं बल्कि पूरे देश की बेटी है। पूरे देश के लिए नीलम ने बेरोजगारी से तंग आकर ये कदम उठाया है।