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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो द‍िवसीय दौरे पर मॉरीशस जा रहे हैं. इस मौके पर 27 साल पुरानी एक कहानी याद की जा रही है, जब नरेंद्र मोदी मुरली मनोहर जोशी के साथ मॉरीशस के दौरे पर गए थे.

PM मोदी और रामायण... क्‍यों याद की जा रही 27 साल पुरानी वो कहानी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1998 में मॉरीशस के दौरे पर गए थे. (Photo_X_@modiarchive)

हाइलाइट्स

  • मॉरीशस के दो द‍िवसीय दौरे पर मंगलवार को रवाना होंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी.
  • लेकिन 27 साल पहले पीएम मोदी मिनी इंडिया कहे जाने वाले मॉर‍ीशस गए थे.
  • मॉरीशस का भारत के साथ रिश्ता बेहद अनोखा, बहुत ऐत‍िहास‍िक और पुराना.

भारत और मॉरीशस के बीच इतिहास, संस्कृति, भाषा और हिंद महासागर का गहरा रिश्ता है. मॉरीशस में भारतीय मूल के लोग बड़ी संख्या में रहते हैं. मॉरीशस की जनसंख्या का लगभग 68% हिस्सा भारतीय मूल का है, जो ज्यादातर बिहार, उत्तर प्रदेश, और तमिलनाडु से गए थे. इसील‍िए इसे मिन‍ी इंडिया भी कहा जाता है. यहां के लोग दिवाली, होली और अन्य भारतीय त्योहारों को उसी धूमधाम से मनाते हैं. यहां पहुंचकर आपको लगेगा क‍ि आप सच में अपने ही देश में हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मॉरीशस के दौरे पर जा रहे हैं, ऐसे में 1998 की एक कहानी सोशल मीडिया में वायरल हो रही है जब नरेंद्र मोदी ने इस देश का दौरा क‍िया था. जब उन्‍हें ‘मिनी इंडिया’ में घर वापसी जैसा महसूस हुआ. इसके पीछे एक रामायण कनेक्‍शन भी है.

एक्‍स पर मोदी आर्काइव (@modiarchive) अकाउंट से एक पोस्‍ट शेयर की गई है, जिसमें तब की कहानी बयां की गई है. पोस्‍ट में लिखा है. एक सदी से भी पहले हमारे पूर्वज मजदूर के तौर पर वहां गए थे और अपने साथ तुलसीदास की रामायण, हनुमान चालीसा और हिंदी भाषा लेकर गए थे. लेकिन एक और रिश्ता है- जो 27 साल पहले यानी 1998 में शुरू हुआ था, जब नरेंद्र मोदी पहली बार मॉरीशस गए थे.

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