प्रशासन के लिए ये रहेंगी चुनौतियां
महाकुंभ में व्यवस्था को संभालने के लिए एडीजी रैंक के चार और आईजी रैंक के सात अफसरों को लगाया गया है। डीआईजी रैंक के दो अफसर भी महाकुंभ की व्यवस्था देख रहे हैं। योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर यूपी एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश प्रयागराज पहुंच गए हैं। महाशिवरात्रि पर 2 करोड़ लोगों के स्नान करने की उम्मीद है। महाकुंभ का यह आखिरी स्नान है। ऐसे में ट्रैफिक व्यवस्था संभालना बड़ी चुनौती है। महाकुंभ मेला क्षेत्र को मंगलवार शाम चार बजे से और शहरी क्षेत्र को शाम छह बजे से ही नो व्हीकल जोन घोषित किया गया है।
महाकुंभ हमारी दिव्यता का प्रतीक
जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि ने महाकुंभ मेला के समापन पर कहा कि महाकुंभ हमारी दिव्यताओं का प्रतीक है। हमारी संस्कृति तब से चली आ रही है जब से अम्बर, अग्नि, जल, वायु और मानव अस्तित्व में आए। उन्होंने बताया कि कुंभ के सभी धार्मिक अनुष्ठान पूर्ण होने के बाद वे काशी पहुंच चुके हैं। महाशिवरात्रि के ‘पूजन’ के साथ महाकुंभ की परंपराएं विधिवत संपन्न हो जाएंगी।
एकता और सामाजिक समरसता की मिसाल
जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर ने कहा कि हमने यहां एकता और सामाजिक समरसता का अद्भुत संगम देखा। पूरा विश्व यह देखकर चकित है कि कैसे करोड़ों भारतीय एकजुट हुए। उन्होंने इस आयोजन को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि “यूनिस्को ने इसे अमूर्त सांस्कृतिक विरासत के रूप में मान्यता दी है। 60-62 करोड़ लोगों का एक ही शहर में आना, यह अपने आप में एक अनोखी घटना रही।
PM मोदी और CM योगी को दी बधाई
उन्होंने कहा कि महाकुंभ बिना किसी अव्यवस्था के संपन्न हुआ, इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई देता हूं। उनकी दूरदर्शिता और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यह आयोजन पूरी तरह सफल रहा।