जिनकी मृत्यु हुई उन्हें पीएम मोदी ने श्रद्धांजलि नहीं दी- राहुल
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने संसद परिसर में प्रधानमंत्री मोदी के महाकुंभ पर दिए गए वक्तव्य पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, ‘मैं प्रधानमंत्री मोदी की बात का समर्थन करना चाहता था। कुंभ हमारी परंपरा है, संस्कृति है, इतिहास है। एक शिकायत थी कि प्रधानमंत्री ने, जिनकी मृत्यु हुई, उन्हें श्रद्धांजलि नहीं दी। जो युवा महाकुंभ में गए उन्हें प्रधानमंत्री से रोजगार चाहिए और प्रधानमंत्री को उसपर भी बोलना चाहिए था। लोकतांत्रिक व्यवस्था में नेता प्रतिपक्ष को तो बोलने का मौका दिया जाना चाहिए था लेकिन नहीं देते हैं, यह न्यू इंडिया है।’
विपक्ष को भी बोलने की अनुमति मिलनी चाहिए थी- प्रियंका
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, ‘वह महाकुंभ पर सकारात्मक बोल रहे थे। विपक्ष को भी अपनी बात रखने का मौका दिया जाना चाहिए था, क्योंकि विपक्ष की भी इसके प्रति भावनाएं हैं और अगर हम अपनी बात रखते हैं तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए थी। विपक्ष को भी दो मिनट बोलने की अनुमति दी जानी चाहिए थी।’
पीएम मोदी का भाषण खत्म होने के बाद सदन में हंगामा
पीएम मोदी ने महाकुंभ पर अपना संबोधन जैसे ही खत्म किया, वैसे ही विपक्षी सांसदों ने वेल के पास आकर हंगामा मचाना शुरू कर दिया और सवाल करने की मांग करने लगे। जिसके बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि नियम 372 में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि प्रधानमंत्री या कोई भी मंत्री सदन में बिना कोई प्रश्न लिए वक्तव्य दे सकता है। उस समय सदन में कोई भी सवाल नहीं पूछा जा सकता है।
पीएम मोदी ने महाकुंभ पर क्या कहा जानिए
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ के सफल समापन पर लोकसभा में देश के नागरिकों को हार्दिक बधाई दी, जिनके प्रयासों से महाकुंभ की भव्य सफलता सुनिश्चित हुई। महाकुंभ को सफल बनाने में विभिन्न व्यक्तियों और समूहों के सामूहिक योगदान पर प्रकाश डालते हुए पीएम मोदी ने सरकार, समाज और इसमें शामिल सभी समर्पित कार्यकर्ताओं के प्रयासों को स्वीकार किया और उनकी सराहना की। पीएम मोदी ने देशभर के श्रद्धालुओं, विशेषकर प्रयागराज के नागरिकों का उनके अमूल्य समर्थन और भागीदारी के लिए उल्लेख करते हुए आभार व्यक्त किया।