जयपुर: राजस्थान की सियासत में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट और नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल को सियासी विरोधी माना जाता है। हालांकि पायलट ने बेनीवाल को लेकर कभी कोई बयान नहीं दिए, लेकिन बेनीवाल ने पायलट को लेकर विवादित बयान बाजी करने में कभी कोई कसर नहीं छोड़ी। इस बीच सियासत को हैरान कर देने वाली एक तस्वीर सामने आई, जिसमें सचिन पायलट और हनुमान बेनीवाल दोनों एक दूसरे के बगल में बैठे हुए नजर आए। साथ ही नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली भी उनके समीप बैठे हुए थे। इस दौरान जूली की किसी बात पर पायलट खुलकर हंसते हुए दिखाई दिए। सोशल मीडिया पर वायरल हुई इस तस्वीर को लेकर अब सियासी गलियारों में हलचल मच गई है। इधर, राजनीतिक जानकार भी इस घटनाक्रम के पीछे के सियासी संकेत को लेकर कयास लगा रहे हैं।

पायलट और बेनीवाल आए एक साथ नजर

सांसद बेनीवाल सचिन पायलट पर कई बार सियासी हमले कर चुके हैं। ऐसे में सचिन पायलट और हनुमान बेनीवाल एक दूसरे के बगल में बैठे होने की तस्वीर से सियासत भी काफी हैरान है। सियासी जानकार इसके पीछे कोई बड़ा सियासी संदेश मान रहे है। दरअसल यह तस्वीर जयपुर में कांग्रेस के युवा प्रदेश अध्यक्ष अभिमन्यु पूनिया के शादी समारोह की बताई जा रही है, जब रिसेप्शन समारोह में पायलट, बेनीवाल और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली एक साथ मिले। इस तस्वीर के फ्रेम में दौसा के सांसद मुरारी लाल मीणा भी हैं। यह सभी एक साथ कुर्सियों पर बैठे नजर आए। इसमें पायलट और बेनीवाल दोनों एक दूसरे के बगल में बैठे हुए थे।

हाथ जोड़ते जूली की बात पर खुलकर हंसे पायलट

पूनिया के रिसेप्शन में पायलट और बेनीवाल की मुलाकात को लेकर सियासत में एक नई तस्वीर सामने आई है। इस दौरान जब सभी नेता साथ बैठे में नजर आए, तो उनके बीच जाहिर है कि कोई सियासी हंसी मजाक जरूर हुई होगी। इस दौरान टीकाराम जूली की किसी बात पर सचिन पायलट खुलकर हंसते हुए दिखाई दिए। इस पर जूली ने भी पायलट के सामने हाथ जोड़ लिए। इस दौरान जूली और बेनीवाल के बीच वार्तालाप चल रहा था और पायलट दोनों के बीच बैठे हुए थे।राजनीतिक जानकार भी इस तस्वीर को लेकर अपने-अपने मायने और सियासी संदेश को समझने की कोशिश कर रहे हैं।

बेनीवाल ने कहा था, पायलट का कोई वजूद नहीं है

बता दें कि सांसद हनुमान बेनीवाल ने पिछले गहलोत सरकार के कार्यकाल में सचिन पायलट पर जमकर बयान बाजी की थी। उन्होंने पायलट और कांग्रेस के बीच चल रहे सियासी मतभेद को लेकर उन्हें आरएलपी ज्वाइन करने का ऑफर तक दिया। हांलाकि, पायलट ने बेनीवाल की किसी भी बात को तवज्जो नहीं दिया। इससे नाराज बेनीवाल पायलट पर कई बार जमकर बरसें। उन्होंने यहां तक कह दिया कि सचिन पायलट का अपना कोई वजूद नहीं है, वह तो केवल अपने पिता स्वर्गीय राजेश पायलट की वजह से जाने जाते हैं। इस दौरान पिछले लोकसभा चुनाव में बेनीवाल ने कांग्रेस से गठबंधन के जरिए नागौर में चुनाव लड़ा। इस दौरान उन्होंने पायलट को प्रचार के लिए बुलाने का काफी प्रयास किया, लेकिन पायलट वहां नहीं गए। उस समय सियासी चर्चाएं रही कि उनके खिलाफ बेनीवाल की बयान बाजी के कारण पायलट उनकी चुनावी सभाओं से दूर रहें।

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