ATM से पैसे निकालने का चार्ज
एटीएम से पैसे निकालने के नियमों में बदलाव किया गया है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के दिशानिर्देशों के अनुसार, बैंकों ने ATM से मुफ्त निकासी की सीमा को कम कर दिया है। अब ग्राहकों को दूसरे बैंकों के ATM से महीने में सिर्फ तीन बार ही मुफ्त में पैसे निकालने की अनुमति होगी। इसके बाद, हर ट्रांजैक्शन पर 20 से 25 रुपये का शुल्क लगेगा। इसका मतलब है कि अगर आप महीने में तीन से ज्यादा बार दूसरे बैंक के ATM से पैसे निकालते हैं तो आपको हर बार शुल्क देना होगा।
मिनिमम बैलेंस रखना जरूरी
बचत खाते में मिनिमम बैलेंस रखना जरूरी है। अगर आप अपने खाते में मिनिमम बैलेंस नहीं रखते हैं तो आपको जुर्माना देना होगा। कई बैंक अपने मिनिमम बैलेंस के नियमों में बदलाव कर रहे हैं। अलग-अलग तरह के खातों, बैंकों और शाखाओं (जैसे मेट्रो, शहरी, सेमी-अर्बन या ग्रामीण) के लिए मिनिमम बैलेंस की आवश्यकता अलग-अलग होगी। इसलिए, आपको अपने बैंक से पता करना चाहिए कि आपके खाते के लिए मिनिमम बैलेंस कितना है।
पॉजिटिव पे सिस्टम होगा लागू
धोखाधड़ी से बचने के लिए RBI ने पॉजिटिव पे सिस्टम (PPS) लागू किया है। कई बैंक इस सिस्टम को लागू कर रहे हैं। पीपीएस के तहत, अगर आप 50,000 रुपये से ज्यादा का चेक जारी करते हैं तो आपको बैंक को चेक के बारे में कुछ जानकारी इलेक्ट्रॉनिक रूप से देनी होगी। बैंक इस जानकारी को चेक के पेमेंट से पहले वेरिफाई करेगा। अगर कोई गड़बड़ी पाई जाती है तो कार्रवाई की जाएगी। इससे चेक से होने वाली धोखाधड़ी को रोकने में मदद मिलेगी।
डिजिटल बैंकिंग में एआई का इस्तेमाल
डिजिटल बैंकिंग में भी कई बदलाव हो रहे हैं। AI बैंकिंग असिस्टेंट ग्राहकों को पैसे का प्रबंधन करने में मदद करेंगे। डिजिटल सलाह को बेहतर बनाया जा रहा है और मोबाइल सेवाएं बेहतर हो रही हैं। बैंक ग्राहकों की मदद के लिए ऑनलाइन सुविधाएं और AI-पावर्ड चैटबॉट लॉन्च कर रहे हैं। सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन और बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन जैसे उपाय किए जा रहे हैं। इससे डिजिटल ट्रांजैक्शन को सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी।
क्रेडिट कार्ड के ये फायदे कम होंगे
1 अप्रैल 2025 से क्रेडिट कार्ड के नियमों में भी बदलाव हो रहा है। इससे रिवॉर्ड, शुल्क और अन्य सुविधाओं पर असर पड़ेगा। SBI अपने SimplyCLICK क्रेडिट कार्ड पर Swiggy रिवॉर्ड को 5 गुना से घटाकर आधा कर देगा। एयर इंडिया सिग्नेचर पॉइंट्स को 30 से घटाकर 10 कर दिया जाएगा। IDFC फर्स्ट बैंक क्लब विस्तारा माइलस्टोन के फायदे बंद कर देगा। इसलिए, अगर आप क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करते हैं, तो आपको इन बदलावों के बारे में जानना जरूरी है।
ऐसे यूपीआई खाते होंगे बंद
यूपीआई ट्रांजैक्शन के नियमों में भी बदलाव किया गया है। 1 अप्रैल से, जिन मोबाइल नंबरों से जुड़े यूपीआई खाते लंबे समय से इस्तेमाल नहीं किए गए हैं, उन्हें बैंक रिकॉर्ड से हटा दिया जाएगा। अगर आपका फोन नंबर यूपीआई ऐप से जुड़ा है और आपने लंबे समय से इसका इस्तेमाल नहीं किया है तो बैंक इसे अपने रिकॉर्ड से हटा देगा और आपके खाते के लिए यूपीआई सेवाएं बंद कर दी जाएंगी। इसलिए, अगर आप यूपीआई का इस्तेमाल करते हैं तो आपको अपने खाते को एक्टिव रखना होगा।
टैक्स नियमों में बदलाव
टैक्स के नियमों में भी बदलाव हो रहा है। असेसमेंट ईयर 2025-26 एक अप्रैल से शुरू हो रहा है। नया टैक्स सिस्टम लागू हो गया है। हालांकि, पुराना सिस्टम (80C बेनिफिट्स के साथ) अभी भी मौजूद है। आपको इसे चुनना होगा। अगर आप टैक्स भरते समय पुराने सिस्टम के बारे में नहीं बताते हैं तो आप अपने आप नए सिस्टम में चले जाएंगे। अगर आप 80C के तहत छूट पाना चाहते हैं तो आपको पहले से ही 80C में निवेश की योजना बनानी होगी।
PAN आधार लिंक नहीं तो NO डिविडेंड
जिन लोगों ने अपने PAN को आधार से लिंक नहीं किया है, उन्हें डिविडेंड नहीं मिलेगा। इसकी आखिरी तारीख बहुत पहले ही खत्म हो चुकी है। अगर लिंक नहीं किया गया तो डिविडेंड और कैपिटल गेन से TDS कटौती बढ़ जाएगी। इससे भी बुरा यह है कि फॉर्म 26AS में कोई क्रेडिट नहीं मिलेगा। इसका असर यह होगा कि रिफंड में ज्यादा समय लगेगा। साथ ही, शेयरों और म्यूचुअल फंड से मिलने वाले पेमेंट से TDS कम हो जाएगा। आसान शब्दों में कहें तो, अगर आपका PAN आधार से लिंक नहीं है तो आपको डिविडेंड मिलने में परेशानी होगी।
डीमैट अकाउंट खोलने के सख्त नियम
म्यूचुअल फंड और डीमैट अकाउंट खोलने के लिए भी नियम सख्त हो गए हैं। SEBI ने नॉन-बैंक फाइनेंशियल कंपनियों के लिए KYC के नए नियम बनाए हैं। सभी यूजर्स को अपने KYC और नॉमिनी की जानकारी को फिर से वेरिफाई करना होगा। जो लोग ऐसा नहीं करते हैं, उनके अकाउंट फ्रीज हो सकते हैं। अकाउंट को फिर से एक्टिव किया जा सकता है। लेकिन, नॉमिनी की जानकारी सही नहीं होने पर रिडेम्पशन में दिक्कत आ सकती है। इसलिए, यह सुनिश्चित करें कि आपके म्यूचुअल फंड और Demat अकाउंट अपडेटेड हैं। इससे आपको लेन-देन करने में कोई परेशानी नहीं होगी।