मुंबई: मुंबई में माहिम विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे शिवसेना के बागी नेता सदा सरवणकर ने अपना नाम वापस नहीं लिया है। इससे पहले अटकलें थीं कि मनसे प्रमुख राज ठाकरे से बातचीत के बाद वह अपना नामांकन वापस ले सकते हैं। हालांकि अंतिम समय में नाटक के बाद सरवणकर ने घोषणा की कि वह चुनाव लड़ेंगे। मनसे उम्मीदवार अमित ठाकरे के खिलाफ मैदान में बने रहने के उनके फैसले से इस महत्वपूर्ण सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला होने की उम्मीद है।

माहिम सीट पर सभी की निगाहें टिकी
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन वापस लेने की समय सीमा सोमवार दोपहर 3 बजे समाप्त हो गई। माहिम सीट पर सभी की निगाहें टिकी हुई थीं। यहां राज ठाकरे के बेटे अमित चुनावी राजनीति में अपनी शुरुआत कर रहे हैं। सदा सरवणकर मौजूदा शिवसेना विधायक भी इस दौड़ में थे। इससे मनसे प्रमुख के साथ उनके राजनीतिक समीकरणों के बारे में अटकलें तेज हो गईं।


सरवणकर ने घोषणा की कि वह दौड़ में बने रहेंगे
दरअसल राज ठाकरे की पार्टी ने लोकसभा चुनावों में बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को बिना शर्त समर्थन दिया था। इसके बारे में कहा जाता है कि उन्हें महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन से समर्थन मिलने की उम्मीद थी। कई दौर की बैठकों और चर्चाओं के बावजूद यह साफ नहीं था कि अंतिम समय में सरवणकर अपना नामांकन वापस लेंगे या नहीं। आखिरकार सरवणकर ने घोषणा की कि वह दौड़ में बने रहेंगे।

राज ठाकरे मिलने के लिए तैयार नहीं थे
सरवणकर ने दावा करते हुए कहा कि राज ठाकरे उनसे मिलने के लिए तैयार नहीं थे। उन्होंने कहा कि मेरा बेटा समाधान, कुणाल वाडेकर और अशोक संदीप देवलेकर राज ठाकरे से मिलने गए थे। हम राज ठाकरे का सम्मान करते हैं। मुख्यमंत्री ने भी हमसे उनसे बात करने और फैसला लेने को कहा था। लेकिन राज ठाकरे ने मिलने से मना कर दिया। अगर वह चुनाव लड़ना चाहते हैं तो लड़ें। मुझे लगता है कि मामला अब खत्म हो गया है और मैं चुनाव लड़ूंगा।

मैं NDA उम्मीदवार हूं
उन्होंने कहा कि मैं NDA उम्मीदवार हूं और सभी नेता मेरा समर्थन करेंगे। मुख्यमंत्री भी चाहते थे कि मैं उनसे (राज ठाकरे) मिलूं और फिर कोई फैसला लूं। लेकिन उन्होंने मुझसे मिलने से ही मना कर दिया तो मैं क्या करूं। सरवणकर के बेटे समाधान ने कहा कि उन्होंने और पार्टी के पदाधिकारियों ने राज ठाकरे से मिलने की कोशिश की थी लेकिन उन्हें कोई फायदा नहीं हुआ।

राज ठाकरे की तारीफ की
समाधान ने कहा कि हम राज ठाकरे से मिलने गए थे, लेकिन उन्होंने मुलाकात नहीं की। हमने दो बार मिलने का समय मांगा लेकिन मुलाकात नहीं हो सकी। मुख्यमंत्री मध्यस्थता करने की कोशिश कर रहे थे और इसलिए हम उनसे (ठाकरे) मिलने गए। राज ठाकरे एक खुले विचारों वाले नेता के रूप में जाने जाते हैं, लेकिन आज वह अलग ही मानसिकता में थे। हालांकि वह हमसे नहीं मिले, लेकिन उनके लिए हमारे मन में हमेशा सम्मान रहेगा। हमें उम्मीद थी कि वह हमसे मिलेंगे।

माहिम में मुकाबला रोमांचकमनसे की ओर से अमित ठाकरे को मैदान में उतारे जाने और सरवणकर के एनडीए उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने के साथ माहिम सीट पर दिलचस्प त्रिकोणीय मुकाबला होने की उम्मीद है। कांग्रेस नेता महेश सावंत भी इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। नामांकन वापस लेने की समय सीमा समाप्त होने के साथ यह देखना बाकी है कि 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों में कौन विजयी होगा।

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