अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए मंगलवार को जारी मतदान के बीच यूएस कैपिटल पुलिस ने मंगलवार को कैपिटल बिल्डिंग (अमेरिका का संसद भवन) के विजिटर सेंटर से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया. अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में मुख्य मुकाबला डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस और रिपब्लिकन कैंडिडेट डोनाल्ड ट्रंप के बीच है.
पुलिस ने कहा कि उस व्यक्ति के शरीर से फ्यूल (पेट्रोल) की गंध आ रही थी और उसके पास से टॉर्च और फ्लेयर गन भी बरामद किया गया. यूएस कैपिटल पुलिस ने कहा कि जांच के दौरान कैपिटल विजिटर सेंटर बंद कर दिया गया था. इस बीच, एफबीआई ने कहा कि अमेरिका के कई राज्यों में मतदान स्थलों पर बम की फर्जी धमकियां मिलीं.
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एफबीआई के मुताबिक धमकियों वाले मैसेज रूसी ईमेल डोमेन से भेजे गए थे. जॉर्जिया, मिशिगन और विस्कॉन्सिन में मतदान स्थलों पर बम की धमकी वाले संदेश प्राप्त हुए. जांच में पाया गया कि ये फर्जी धमकियां थीं. एफबीआई ने कहा कि सुरक्षित और निष्पक्ष राष्ट्रपति चुनाव एजेंसी की सर्वोच्च प्राथमिकता है.
चुनावी को देखते हुए कई अमेरिकी राज्यों में लॉ एंड ऑर्डर बाधित होने की आशंका जताई गई थी. इसके मद्देनजर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे. अधिकारियों ने कहा कि अलबामा, एरिजोना, डेलावेयर, आयोवा, इलिनोइस, नॉर्थ कैरोलिना, न्यू मैक्सिको, ओरेगन, विस्कॉन्सिन, वाशिंगटन, कोलोराडो, फ्लोरिडा, हवाई, नेवादा, पेंसिल्वेनिया, टेनेसी, टेक्सास और वेस्ट वर्जीनिया सहित कई अन्य राज्यों में सुरक्षाबल स्टैंडबाय पर रखे गए थे.
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विरोध प्रदर्शनों और हिंसा की संभावना चलते, एरिजोना में कई स्कूल और चर्च जो अतीत में मतदान केंद्र के रूप में काम करते थे, इस साल वहां वोटिंग सेंटर नहीं बनाया गया. चुनाव के बाद हिंसा की संभावना पर रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उनके समर्थक हिंसक नहीं हैं और कोई हिंसा नहीं होगी. बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप 2020 के चुनाव में जो बाइडेन से हार गए थे, जिसके बाद देश में रिपब्लिकन पार्टी के समर्थकों ने अराजकता फैलाई थी. यूएस कैपिटल हिल पर भी हमला कर दिया था.