UP Politics: बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती ने मनुस्मृति को लेकर बड़ा बयान दिया है. सोशल मीडिया साइट एक्स पर मायावती ने मनुस्मृति से जुड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि बाबा साहेब को इसका पूरा पूरा ज्ञान था.

उन्होंने लिखा कि मनुस्मृति का बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर को पूरा ज्ञान था. उनकी अनुयायी व बीएसपी की राष्ट्रीय अध्यक्ष को भी इसका पूरा ज्ञान है. तभी इस व्यवस्था के विरुद्ध आवाज़ उठाकर यहाँ दुःखी व पीड़ितों को अपने पैरों पर खड़ा करने के लिए बीएसपी की स्थापना की गई है, यह भी सर्वविदित है.

पूर्व सांसद ने लिखा- कांग्रेस, बीजेपी व अन्य किसी भी पार्टी को उनके राजनैतिक स्वार्थ में, ख़ासकर आरक्षण को लेकर अपने देश के संविधान को किसी भी कीमत पर बदलने नहीं देंगे तथा जरूरत पड़ने पर इसके विरुद्ध बी.एस.पी. संघर्ष के लिए भी तैयार है.

राज्य में योगी सरकार के 8 साल पूरे होने पर बसपा चीफ ने कहा कि साथ ही, यू.पी. में बीजेपी सरकार का 8 वर्षों का शासनकाल, जनता की उम्मीद के हिसाब से पूरे तौर से खरा नहीं उतरा है. कानून-व्यवस्था के मामले में तो स्थिति काफी ज्यादा ख़राब रही है, जिससे जनता काफी दुःखी है. इस ओर सरकार जरूर ध्यान दे. 

पहले उप्र को ‘बीमारू’ राज्य माना जाता था- योगी
मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने सोमवार को कहा कि आठ वर्ष पहले उप्र को एक ‘बीमारू’ राज्य और देश के विकास में अवरोधक माना जाता था, लेकिन अब यही उत्तर प्रदेश देश की अर्थव्यवस्था के विकास का इंजन बनकर उभरा है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जिस उप्र को आठ वर्ष पहले केवल एक श्रम शक्ति के रूप में लोग जानते थे वह अब अर्थ शक्ति के रूप में उभरा है.

योगी यहां लोक भवन (मुख्‍यमंत्री कार्यालय) में अपनी सरकार के आठ वर्ष पूरे होने पर अपने दोनों उप मुख्यमंत्रियों केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक तथा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी समेत अन्य सहयोगियों के साथ संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. कुछ वर्ष पहले चार राज्यों (बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, और उत्तर प्रदेश) के लिए ‘बीमारू’ शब्द का इस्तेमाल किया गया था जो कथित तौर पर आर्थिक विकास, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा और अन्य मामलों में काफी पिछड़े थे.

रमजान के आखिरी जुमा के लिए सीएम योगी ने अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश, कहा- संवेदनशील क्षेत्रों में…

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *