
जापान के होने वाले नए सम्राट
एक राजकुमारी जो जन्म से सिंहासन की असली हकदार हो सकती थी, लेकिन एक परंपरा ने उसे पीछे छोड़ दिया. जापान के शाही परिवार में ऐसा ही कुछ हुआ, जहां सम्राट नारुहितो की बेटी आइको को उत्तराधिकार की दौड़ से बाहर कर दिया गया, क्योंकि वहां सिर्फ पुरुषों को ही सम्राट बनने का अधिकार है. ऐसे में, अब गद्दी के सबसे प्रबल दावेदार बन गए हैं उनके भतीजे—युवराज हिसाहितो.
हाल ही में, 18 वर्षीय युवराज हिसाहितो ने अपना पहला प्रेस कॉन्फ्रेंस किया, जहां उन्होंने भविष्य की अपनी जिम्मेदारियों को लेकर गंभीरता दिखाई, उन्होंने कहा, “एक वयस्क शाही सदस्य के रूप में, मैं अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता और सावधानी से निभाऊंगा, और अपने आसपास के लोगों की सलाह लूंगा.”
कौन हैं युवराज हिसाहितो?
युवराज हिसाहितो, जापान के वर्तमान सम्राट नारुहितो के छोटे भाई, क्राउन प्रिंस अकिशिनो के बेटे हैं. वे जापान के सिंहासन के दूसरे उत्तराधिकारी हैं, और अगर भविष्य में उत्तराधिकार के नियम नहीं बदले, तो वे जापान के अगले सम्राट बन सकते हैं.
हिसाहितो जल्द ही जापान के टोक्यो से उत्तर में स्थित त्सुकुबा यूनिवर्सिटी में अपनी पढ़ाई शुरू करेंगे, जहां वे जीवविज्ञान में विशेषज्ञता हासिल करने की योजना बना रहे हैं.
पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में कैसा दिखा उनका अंदाज?
अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, हिसाहितो गहरे रंग का सूट और टाई पहने हुए थे. शुरुआत में वे थोड़े गंभीर और नर्वस दिखे, लेकिन जैसे-जैसे बातचीत आगे बढ़ी, उनका आत्मविश्वास भी बढ़ता गया, उन्होंने धीरे-धीरे मुस्कुराना शुरू कर दिया और अपने विचारों को खुलकर साझा किया. उन्होंने जलवायु परिवर्तन पर चिंता जताई और पर्यावरण से जुड़े मुद्दों को लेकर अपनी जागरूकता जाहिर की.
खेतों से लगाव और प्रकृति प्रेम
सबसे दिलचस्प बात यह रही कि युवराज हिसाहितो खेती करने का शौक रखते हैं. उन्होंने बताया कि वे खुद सब्जियां और चावल उगाते हैं और इससे जुड़ी चुनौतियों का भी सामना करते हैं. उन्होंने कहा, “कई बार टमाटरों को कीड़े खा जाते हैं और चावल की फसल को चिड़िया चट कर जाती हैं. लेकिन जब मैं खुद उगाई हुई सब्जियां और चावल अपने परिवार के साथ खाता हूं, तो मुझे बहुत खुशी मिलती है. उनकी इस सादगी और प्रकृति प्रेम ने जापानी जनता को काफी प्रभावित किया है.
क्या जापान में बदलेगा उत्तराधिकार का नियम?
जापान में लंबे समय से शाही उत्तराधिकार के नियमों में बदलाव की मांग उठ रही है. कई लोग मानते हैं कि सम्राट नारुहितो की बेटी आइको को भी सिंहासन के लिए योग्य माना जाना चाहिए. हालांकि, फिलहाल जापान का शाही कानून केवल पुरुष उत्तराधिकारियों को ही मान्यता देता है. अगर यह नियम नहीं बदला, तो भविष्य में हिसाहितो जापान के सम्राट बन सकते हैं.