
ब्लॉगर से बना था ‘हमास का सुपरस्टार’, अब करोड़ों हड़पे
गाजा के चर्चित ब्लॉगर सलाह अल-जाफरावी, जिन्हें ‘हमास का सोशल मीडिया स्टार’ कहा जाता है. उनपर बड़े पैमाने पर धनराशि गबन करने का आरोप लगा है. उन्होंने गाजा में नासिर अस्पताल बनवाने के नाम पर $4 मिलियन (करीब 33 करोड़ रुपये) जुटाए, लेकिन अब खुलासा हुआ है कि यह धनराशि उनके निजी खातों में चली गई.
अल-जाफरावी ने दावा किया था कि यह फंडरेजिंग अभियान फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुरोध पर शुरू किया गया और इसमें एक कुवैती चैरिटी का भी समर्थन था. उन्होंने ऑनलाइन दान अभियान के तहत $10 मिलियन जुटाने का लक्ष्य रखा था. हालांकि, स्वास्थ्य मंत्रालय ने जल्द ही बयान जारी कर इस अभियान से किसी भी तरह के संबंध से इनकार कर दिया और इसे फर्जी करार दिया.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी चेतावनी
फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि उसने गाजा के लिए किसी भी तरह के धन एकत्र करने की अनुमति नहीं दी है और जनता को आधिकारिक वेबसाइट से ही जानकारी लेने की सलाह दी. मंत्रालय ने यह भी चेतावनी दी कि कोई भी उसके नाम या लोगो का दुरुपयोग करेगा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
गाजा में लोगों में आक्रोश
इस खुलासे के बाद गाजा में आक्रोश फैल गया है. कई स्थानीय कार्यकर्ताओं ने सलाह अल-जाफरावी की कड़ी आलोचना की. फिलिस्तीनी कार्यकर्ता मुस्तफा असफूर ने कहा कि इस ठग सलाह अल-जाफरावी ने $4 मिलियन जुटाए, और स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्पष्ट कर दिया कि इन दान का उससे कोई लेना-देना नहीं है. गाजा में हमास की सरकार ने ही इस ठग का समर्थन किया.
अब सच का हुआ खुलासा
जाफरावी पहले गाजा से इजराइल पर रॉकेट दागे जाने पर खुशी जताते दिखे थे, लेकिन जब इजराइल की जवाबी कार्रवाई में तबाही हुई, तो वे अस्पताल में रोते हुए नजर आए. इस पूरे घटनाक्रम के बाद अब उनकी सच्चाई सामने आ गई है और उन पर धोखाधड़ी के आरोप लग रहे हैं.
इस घटना ने उन दानदाताओं को भी झटका दिया है जिन्होंने गाजा के लोगों की मदद के लिए फंड दिया था. आरोप है कि हमास समर्थित ब्लॉगर ने यह रकम हड़प ली, जबकि गाजा के लोग आज भी बुनियादी सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहे हैं. इस घोटाले के बाद हमास और उसके समर्थकों की साख को भी गहरा झटका लगा है.